ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर
सच्चाई के मुहांजिरों को बाद में गुनाह के सहर मिलते। सच्चाई के मुहांजिरों को बाद में गुनाह के सहर मिलते।
बचपन से देखी एक मूर्त कहते जिसे हम माँ की सूरत, थामकर उंगली ,सिखाया चलना दिखाया प बचपन से देखी एक मूर्त कहते जिसे हम माँ की सूरत, थामकर उंगली ,सिखाया चलना...
में मानूं क्यूँ में ठानू क्यूँ जब दर्शन ना दे सकता तू सब बोलते हैं अंतर्यामी जब भाव धधकते ज्वाला से ... में मानूं क्यूँ में ठानू क्यूँ जब दर्शन ना दे सकता तू सब बोलते हैं अंतर्यामी जब ...
जिसके मुझपे इलज़ाम लगाए जाते थे हर वो खता करके देख ली मैंने। जिसके मुझपे इलज़ाम लगाए जाते थे हर वो खता करके देख ली मैंने।
निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना । माँ वाली लोरी तू , मुझको सुना जा ना ॥ निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना । माँ वाली लोरी तू , मुझको सुना जा ना ॥